BA Pre-Raphaelite Poetry Study Material Notes in Hindi

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BA Pre-Raphaelite Poetry Study Material Notes in Hindi

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Pre-Raphaelite Poetry Study Material
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Pre-Raphaelite Poetry

19वीं शताब्दी के अर्द्ध में Dante Gabriel Rossetti के द्वारा प्रारम्भ PreRaphaelite Movement मूल रूप से सहात्यिक नहीं बल्कि कलात्मक आन्दोलन है।। Rossetti स्वयं एक चित्रकार (एवं साथ ही एक कवि) ने महसूस किया कि समकालीन चित्रकला अत्यधिक औपचारिक, शैक्षणिक एवं अवास्तविक हो गयी थी इसकी इच्छा इसे यथार्थवाद, इन्दिय जनित एवं वर्णन के प्रति भक्ति तक वापस ले जाने की है।

Rossetti द्वारा मार्गदर्शन प्राप्त करके 1848 में लन्दन में कुछ चित्रकारों ने स्वयं को एक समूह में संगठित किया जिसे “Pre Raphaelite Brotherhood” पुकारा जाने लगा। Rossetti के अलावा William Holman Hunt, John Millais, Thomas Woolner एवं James Collinson इस समूह के महत्वपूर्ण सदस्य थे। चित्रकला में उन्होनं घिसी-पिटी परम्पराओं की जंजीरों को तोड़ दिया। Rousseau के समान उन्होंने पारम्परिक जंजीरों को त्याग कर वापस प्रकृति की तरफ जाने को प्रभावित किया। Pre-Raphaelite Brotherhood का मत कला की साधारणता के प्रति पूर्ण समर्थन करना था। साहित्यिक प्रतिक्षेप

_Rossetti तथा Brotherhood के कुछ अन्य सदस्य कवि एवं चित्रकार दोनों थे।। परिणामस्वरूप चित्रकला तक सीमित ना रहते हुये Pre-Raphaelitism ने स्वयं को अंग्रेजी काव्य में महसूस करवाया। वे गुण जो Pre Raphaelite चित्रकला में थे वे PreRaphaelite काव्य में भी थे। काव्य में, आन्दोलन Tennyson के समकालीन काव्य विरुद्ध विद्रोह के रुप में आया, जो परम्परापूर्ण था एवं समकालीन समाज की दैनिक समस्याओं से पूर्ण था। आन्दोलन के पूर्वज

वास्तव में 13वीं शताब्दी के इटेलियन कवियों का प्रथम कार्य था-इन्द्रियता, वर्णन के प्रति प्रेम। यह यथार्थवाद के गुणों से पूर्ण था। एक प्रकार का रहस्यवाद एवं प्रतीकवाद के प्रति प्रेम उनके कार्यों की विशेषता थी। अगला कवि Spenser था जिसका काव्य प्रतीकात्मक, इन्द्रियता एवं रहस्यवाद स्वर में Pre-Raphelite काव्य के निकट था। आखिर में 19वीं शताब्दी के अंगेजी रोमांटिक कवियों का विशेषतया Keats का काव्य था। Coleridge का अध्यात्मवाद, Keats की इन्द्रियता, Shelley का रहस्यवाद तथा Wordsworthi की चिन्ता सभी Pre Raphaclites के काव्य में मिश्रित हो गयी थी। प्रमुख विशेषतायें

1 परम्परा से अलगावPre Raphaelite काव्य ने Tennyson के समान स्थायी परम्पराओं को तोड़ दिया। Pre Raphaelites ने समकालीन सामाजिक राजनैतिक समस्याओं के साथ Tennyson जैसे कवियों के अत्यधिक सम्बन्ध के विरुद्ध विद्रोह किया। परिणामस्वरुप किसी भी Pre-Raphates ने अपने यग के दैनिक प्रसंगों एवं गन्दी वास्तविकता से स्वयं को सम्बन्धित नहीं किया बल्कि अपने स्वयं के द्वारा बनाये स्वप्निल संसार में अपना बचाव किया।

2. मध्ययग Pre-Raphaelites का मध्ययुग कुछ स्थिर है जो इसे रोमांटिक से अलग करता है। Rossetti एवं Morris ने रोमांस, बहादुरी, भव्यता. रहस्य एवं मध्ययगीन अध्यात्मवाद के प्रति सम्मोहन महसूस किया। Rossetti की अनेक कवितायें मध्ययुगीन भावना से पूर्ण हैं। बाद में Morris भी मध्ययुगीन प्रभाव में आया। Morris Chaucer में विशेष रुचि लेता था।

3. वर्णन के प्रति प्रेम नियम के अनुसार, Pre Raphaelites साधारण की अपेक्षाकत विशिष्ट के विषय में अधिक चिन्ता करते थे। काव्य एवं चित्रकला दोनों में हम प्रत्येक वर्णन पर इसकी प्रवृत्ति को पाते हैं-चाहे वह स्वयं में कितनी भी तुच्छ एवं अमहत्वपूर्ण हो। यह देखा जा सकता हैं कि PreRaphaelites के पहले, Tennyson की Mariana,Coleridge की Christabel और Keats की TheEve of St. Mark जैसी कविताओं में, साधारण वर्णन पर रुकने की प्रवृत्ति स्पष्ट होती हैं वास्तव में Christabel को उचित रूप से “प्रथम Pre Raphaelite कविता पुकारा जाता हैं।

4. इन्द्रियता Rossetti के समान अधिकांश Pre Raphaelite कवि, साथ ही साथ चित्रकार भी थे जो उनके काव्य की इन्द्रियता तथा साथ ही साथ वर्णन के प्रति उनके सम्बन्ध की व्याख्या करता है। उनका अधिकांश काव्य इतना साकार है जितना की चित्रकला।

5. देह केन्द्रित (शारीरिक) काव्य का स्कूल Pre Raphaelites के इन्द्रियवाद को दम्भी विक्टोरियन के द्वारा निन्दनीय माना जाता था जब वह मानवीय शरीर का वर्णन करता था। Pre Raphaelites ने अपने विलासी प्रवृत्ति को दर्शाने का प्रयास नहीं किया किन्तु उन पर शाश्वतता के भद्देपन का दोष लगाना उचित नहीं होगा। Swinburne एवं दूसरों ने Buchanan के दोषारोपण कि उनके स्कूल का काव्य देह केन्द्रित हैं, के विरुद्ध प्रतिक्रिया की। Rossetti की Troy Town एवं The House of Life कुछ हद तक देह केन्द्रित हैं, किन्तु Rossetti असम्भ्य इन्द्रियवादी नहीं है, वह शरीर के साथ आन्तरिक चरित्र यहां तक कि आत्मा में मिश्रित होने के रुप में व्यवहार करता है। वास्तव में यह स्वीकार किया जा सकता है कि Pre Raphaelites भावनात्मक अत्यधिकता रखते हैं जो उन्हें अत्यधिक इन्द्रियता की तरफ बढ़ाता है, जो अनैतिकता के दोष से पूर्ण रुप से मुक्त नहीं हैं। छन्द तथा संगीत Pre Rephaelite काव्य चित्रात्मक गण में ही समृद्ध नहीं है बल्कि संगीत में भी समृद्ध है। समस्या यह हैं कि Pre Repahelite दोनों का अत्यधिक मात्रा में प्रयोग करते हैं। Swinburne ने अत्यधिक संगीतमय होने के गुण एवं अवगुण दोनों दर्शाये हैं। Pre Raphaelite anla

6. D.G.Rossetti (1828–82)-डाण्टे गैबरील रोसेटी का काव्य संसार रहस्य आश्चर्य एवं सौन्दर्य का अनूठा संसार है। उसकी कविताएँ चित्रमय संकेतों से भरी पडी हैं। कलाकार के दक्ष (कुशल) हाथ Blessed Demozel तथा A Last Confession नामक कविताओं में स्पष्टत: दिखाई पड़ते हैं। My Sister Sleeps कविता कल्पना, शान और लुभावनापन (आकर्षण) लिये है। Rosy Mary मध्ययुगीन रहस्यात्मक पार लौकिकता लिये हुए है। Sister Helen में उसने मध्ययुगीन जादू का सशक्त प्रदर्शन किया है।

7. William Morris (1834–1896) कवि और काव्य कलाकार के रूप में मौरिस की रूचि अपने समय की अप्रियता एवं कुत्सितता के स्थान पर भूतकला के निहित थी। उसकी Guinevere and Other Poems तथा Jasonand Earthly Paradise उसके मध्य युग के प्रति प्रेम को दर्शाती हैं। The Havstock in the Flood सत्य और सशक्त रूप में मध्ययुगीन जीवन के वासना और दासत्व पक्ष की अभिव्यक्ति है। The Life and Death of Jason में हम मध्य युग के वीरता, पार-लौकिकता, जादू एवं जादू-टोने सर्वाधिक सुन्दर दृश्यों से भरपूर है। उसकी Siguard the Volsung प्राचीन उत्तरी यौद्धाओं, जिन्होंने मृत्यु और भाग्य की अवज्ञा की थी, का महाकाव्य है।

8. A.C. Swinburne (1837-1909) स्विनबर्न की विषय वस्तु रोमान्टिसिज्म, मध्य युग और परम्परागत नैतिकता के प्रति उसकी घृणा से ली गई है। उसने अपने काव्य में इन्द्रियजनितता को स्पर्श दिया और उसकी कतिवओं में (Poems and Ballads) इन्द्रियजनित विचार एवं अभिव्यक्ति को स्थान मिला। The Garden of Proserpine में इन्द्रियजनित पक्ष प्रबल है। उसकी कवितओं ने विक्टोरियन युग के संरक्षण को तोडा और उसके आनन्द देने वाले इन्द्रियजनित चित्रों ने पूरी पीढ़ी को हिलाकर रख दिया।

9. Christina Rossetti (1830-1894) मध्य विक्टोरियन काव्य में Christina Rossetti का महत्वपूर्ण स्थान है। उसका काव्य कृतियाँ कम है। उसकी महत्वपूर्ण काव्य कृत्तियाँ हैं-Goblins Market and Other Poems (1862),APageantand other Poems (1881), Time Flies (1885), Verses (1893), Sing Song (1894), New Poems (मृत्योपरान्त प्रकाशित) The Prince’s Progress प्रतीकात्मक वर्णनात्मक कविता है जो अधिक गंभीर है और जिसका अर्थ व्यापकता लिये है।

उसकी गीत रचनाएँ जैसे From House to Home मेटाफिजीकल कवियों के धार्मिक स्वरुप की ओर संकेत करती हैं। मत्य, उदासी और दु:ख के सम्बन्ध में उसकी मन को छू लेने वाली कविताएँ हैं-

 

 

 

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