BA Growth Victorian Literature Prose Poetry Drama Novel Study Material Notes in Hindi

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BA Growth Victorian Literature Prose Poetry Drama Novel Study Material Notes in Hindi 

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विक्टोरियन युग में गद्य साहित्य का विकास

विक्टोरियन यग, जो अंग्रेजी साहित्य में टेनीसन युग के नाम से भी जाना जाता है. ने जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में पर्व में कभी न हुए, परिवर्तन देखे। इस युग को प्रमुख रूप से प्रजातन्त्र एवं सधार का यग कहा जाता है। राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में निरन्तर परिवर्तन हो रहे थे. विज्ञान और तकनीकी प्रगति ने लोगों का ध्यान भौतिक समृद्धि के तरफ आकर्षित किया तथा धीरे-धीरे फ्रेंच क्रान्ति के प्रभाव के घटने के सथ ही लोगों में दयाभाव के साथ उत्साह पैदा हआ। इसी समय लोगों में घृणा, विश्वास भंग एवं निराशा के भाव उत्पन्न होने। लगे। पुरानी व्यवस्था नई व्यवस्था में परिवर्तित हो रही थी।

विक्टोरियन युग का गद्य साहित्य विविध प्रकार का एवं अत्यधिक समृद्ध है। यह अनिवार्यतः गद्य एवं उपन्यास का युग था। इस युग में बड़ी मात्रा में ऐतिहासिक गद्य लिखा गया, विज्ञान की पुस्तकों को साहित्यिक क्षेत्र में स्थान प्राप्त हुआ। जहाँ तक गद्य शैली के विकास का प्रश्न है, कार्लाइल और मेकाले ने मिडिल शैली का विकास किया, रस्किन और पेटर ने अलंकृत शैली में लिखा और स्टीवेन्सन की शैली आधुनिक थी।

थामस कार्लाइल (1795-1881)-एक महान व्यक्तित्व का धनी कार्लाइल विक्टोरियन युग का एक प्रभावशाली व्यक्ति था। उसने कुछ pamphlets लिखकर अयन्त्र साहित्यिक जीवन प्रारम्भ किया। बाद में उसने अनेक चिरस्मरणीय पुस्तके लिखी जिन्होंने अंग्रेजी साहित्य के इतिहास में उसे अमर बना दिया। उसकी मुख्य कृतियाँ हैं-Sartor Resartus, French Revolution, Heroes and Hero worship, Past and Present, Letters and Speeches of Oliver Cromwell, Life of John Sterling, The History of Fredrick the Great 7 Letters and Reminiscenes.

कार्लाइल की गद्य शैली अपरिष्कृत एवं ऊबड़-खाबड़ थी परन्तु बाद में उसकी शैली अत्यन्त समृद्ध हो गई। बाद के वर्षों में अंग्रेजी भाषा पर उसका पूर्ण अधिकार हो गया था।

जॉन रस्किन (1819-1900)-जॉन रस्किन एक आलोचक था। उसने कला-चित्रण पर उत्तम पाठ्य पुस्तकें लिखकर अपना साहित्यिक जीवन प्रारम्भ किया और Modern Painters में कला की आलोचना लिखी। उसकी सबसे अच्छी कृति विक्टोरियन समाज पर उसकी तीखी आलोचना है। सामाजिक आलोचना पर उसकी पुस्तकें हैं-Unto This Last, The Crown of Wild Olive, Seasame and Lilies, Munera Pulveris et ForsCalvigera कला पर उसकी आलोचनात्मक पुस्तके हैं-The Seven camps of Architecture तथा The Stones of Venice, उसने एक ‘आत्मकथा’ को अधूरा ही छोड़ दिया था। उसकी गद्य पुस्तकों में अलंकार, कल्पना की अतिशयता, सु-सज्जा, मधुर ध्वनि, शान और अभिव्यक्ति की उच्चता है।

लार्ड मैकाले ( 1800-1859)-मैकाले एक निबन्धकार, इतिहासज्ञ, राजनीतिज्ञ कानून निर्माता, विक्टोरियन यग का प्रमुख व्यक्ति था। मैकाले के निबन्धों का क्षेत्र अत्यधिक:

229 Growth of Victorian Literature : Prose, Poetry, Drama and Novel विस्तृत है, किन्तु व्यापक रूप से उसके निबन्धों को दो भागों में विभक्त किया जा सकता है-साहित्यिक अथवा आलोचनात्मक तथा ऐतिहासिक, उसके निबन्धों में गहराई एवं दार्शनिकता का पुट नहीं है। उसने 1685 में जेम्स द्वितीय की ताजपोशी से लेकर 1830 में जार्ज चतुर्थ की मृत्यु तक के समय तक इंग्लैण्ड का इतिहास लिखने की योजना बनाई किन्तु अपनी योजना के अनुसार वह इस पुस्तक को पूरी नहीं कर सका।

कार्डिनल न्यूमैन ( 1801-1890)-न्यूमैन अनिवार्यतः एक धार्मिक चरित्र था वह इंग्लैण्ड के धार्मिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व था। चार्ल्स किस्ले पर लगे आरोप के बचाव में उसने अपनी प्रसिद्ध पुस्तक Apologia Provital Sua लिखी। उसकी अन्य धार्मिक कृतियाँ हैं-Via Media Callista, The Grammar of Assent. उसकी शैक्षिक एवं प्रेरणादायक The Idea of a University आधुनिक विश्वविद्यालयों के आधारभूत सिद्धान्तों का वर्णन करती है। उसने अपने विचारों की अभिव्यक्ति के लिए संस्थापित मार्ग को अपनाया। उसकी शैली में सुबोधता, पारदर्शिता. नियन्त्रण एवं सन्तुलन है। व्यंग्य का प्रयोग प्रभावी है।

मैथ्यू आर्नोल्ड (1822-1888)-मैथ्यू आर्नोल्ड विक्टोरियन युग का न केवल एक महान कवि था अपितु वह एक महान आलोचक एवं गद्य लेखक था। वह न केवल साहित्य का आलोचक था अपितु वह अपने समय के सामाजिक, आर्थिक एवं धार्मिक जीवन का भी आलोचक था। उसकी मुख्य आलोचनात्मक कृतियाँ हैं-The Preface to the Poems of 1853, on Translating Homer, The Study of Celtic Literature तथा Essays in Criticism. उसकी गद्य शैली की प्रमुख विशेषता उसकी सुबोधता और स्पष्टता है। उसका गद्य साहित्य एक रुके झरने की तरह पारदर्शी एवं साफ है।

वाल्टर होरेशियो पेटर (1839-1894)-पेटर विक्टोरियन युग के महान आलोचकों एवं लेखकों में से एक था। दिल से वह कला, सौन्दर्य एवं संगीत धुन का प्रेमी था और प्री रैफेलाइट कवियों द्वारा चलाये गये सौन्दर्य शास्त्र आन्दोलन से सम्बन्ध रखता था। ‘कला कला के लिये’ उसका आदर्श था और उसके द्वारा रचित गद्य एवं आलोचना की कृतियाँ सौन्दर्य परक हैं। एक पत्रिका में कालरिज पर एक निबन्ध लिख कर उसने अपने साहित्यिक जीवन की शुरुआत की। उसकी प्रथम पुस्तक Studies in the History of the Renaissance 1873 में प्रकाशित हुई। उसने 1885 में एक लम्बा उपन्यास Marius the Epicurean लिखा। दो वर्ष बाद Imaginary Portraits प्रकाशित हुई। उसकी अन्य महत्वपूर्ण पुस्तकें हैं-Plato and Platonism, Greek Studies रोमान्स पर उसकी अन्तिम पुस्तक थी-Goston de Labour जो अपूर्ण रही। उसकी शैली रंग और धुन से परिपूर्ण थी, उसमें अलंकरण एवं शानदार चमक थी।

आर0 एल0 स्टीवेन्सन (1850-1894)-स्टीवेन्सन एक जागरुक कलाकार था जिसका अपने लेखन में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान था और वह जीवन भर और अच्छा लिखने का प्रयास करता रहा। उसके तीन निबन्ध संग्रह थे-Virginibus Puerisque, Familiar Studies तथा Memories and Portraits जिनकी विषय सामग्री साहित्य के विभिन्न विषयों के लिये हैं-प्रकृति, विज्ञान, बाल जीवन, धर्म, दर्शन, नैतिकता एवं मनोविज्ञान। उसने विविध शलियों में शानदार संगीतमय और काव्यात्मक गद्य लिखा। शब्दों पर उसका विशेष अधिकार था।

विक्टोरियन युग अंग्रेजी साहित्य के इतिहास में उत्कृष्ट युगों में से एक था। इस युग में सभी छोटे और बड़े कवियों के हाथों काव्य फला फूला। इन कवियों में मौलिकता, चारित्र्य एवं शैली थी।

विक्टोरियन युग में काव्य का विकास प्रारंभिक विक्टोरियन कवि

1 टामस लावेल बीडोज (1803-1849)-वह एक नाटककार के साथ-साथ लघु गीतों के लेखक थे। इन्होंने अपने काव्य में आदर्शवाद उकेरा परन्तु असफल रहे।

2. जॉन क्लेअर (1793-1864)-वह नार्थएम्पटनशायर का कृषक कवि था। उस काव्य में अधिक सरल एवं शुद्ध प्रेरणा अर्न्तनिहित थी। उसने ग्रामीण दृश्यों का सुन्दर ढंग से प्रदर्शन किया है। प्रकृति के दृश्यों को उसने संगीतबद्ध नहीं किया है, यद्यपि वह प्रकृति प्रेमी था। उसका काव्य रूमानी है।

प्रमुख विक्टोरियन कवि

1 एल्फ्रेड टेनीसन (1809-92)–टेनीसन विक्टोरियन युग के महानतम कवियों में एक था। उसकी कविताओं का प्रारंभिक संकलन Poems by Two Brothers 1827 में प्रकाशित हुआ था। 1930 में उसका ‘गीतों’ का दूसरा संकलन प्रकाशित हुआ। 1933 में प्रकाशित उसकी कविताओं के संकलन में Lady of Shallot, OEnon, The LotosEaters तथा The Palacoof Art छन्द और काव्य कला की दृष्टि से श्रेष्ठ कविताएँ हैं। 1842 में दो खण्ड प्रकाशित हुए जिनमें Ulysses तथा Lock Slay Hall सर्वश्रेष्ठ कृतियाँ हैं। टेनीसन ने The Princess of Medley एक लम्बी कविता लिखी। Tears ldle Tears, The Splendour falls on Castle walls बेहद सुन्दर गीत हैं।

तीन वर्ष बाद 1850 में अपने मित्र आर्थर हेलम की याद में In Memoriam प्रसिद्ध शोकगीत लिखा। 1850 में ही उसे Poet Laureate की उपाधि दी गई। 1855 में Maud and other Poems प्रकाशित हुई। 1859, 1869 और 1889 में Idylls of the King प्रकाशित हुई। English ldylls इन सबसे भिन्न प्रकति लिये थी। उसके बाद के काव्य संग्रह  में भी कुछ अच्छी कविताएँ संकलित हैं।

2. राबर्ट ब्राउनिंग (1812-89)-राबर्ट ब्राउनिंग की प्रथम पुस्तक Pauline (1833) प्रकृति में एकल नाटक और स्वरुप में आत्मकथात्मक है। चार अभिनेताओं के साथ एक नाटक है। Sordello 1840 में प्रकाशित हुई। प्रकाशित अन्य पुस्तकें हैं-Dramatic Lyrics (1842), Dramatic Romances and Lyrics (1845) इस संग्रह के मुख्य गीत हैं-Evelyn Hope, InaGondola, Porphyria’s Lover, The Pied Piper of Hamelin, Meeting at Night, Parting at Morning, By the Fireside. Home thoughts from Abroad उनके अधिकांश गीत वर्णनात्मक अथवा एकल नाटक के रूप में हैं। इनमें प्रमुख हैं- My Last Duchess, The Italian in England, The Last Ride Together, A Grammarian’s Funeral, Holy Cross Day आदि। Man and women (1855) एलिजाबेथ बेरेट ब्राउनिंग को समर्पित थी। भिन्न-भिन्न प्रकृति लिये है।

3.  एलिजाबेथ बेरेट ब्राउनिंग (1806-61)-राबर्ट ब्राउनिंग की पत्नी एलिजाबेथ ब्राउनिंग की प्रारंभिक कतियाँ हैं- The Seraphim (1833) तथा Poems(1844) इन कविताओं में भाव भी है और रोमान्स भी। Geraldin’s Courtship एक कलाकार की कृति लगती है। The Cryof Children में सामाजिक जीवन का स्पर्श है। Sonnets from the Partugese उसके प्रेम सानेट हैं। Aurora Leigh आध्यात्मिक आत्मकथा का एक खण्ड है।

श्रीमती ब्राउनिंग में मानवतावाद एंव दया की गहन छाप है। यह हमारे हृदय में सहानुभूति और आँखों से अश्रु छलकाती है।

4. मैथ्यू आरनोल्ड (1822-88)-आरनोल्ड विक्टोरियन युग के बौद्धिक कवियों का प्रतिनिधित्व करता है। उसकी काव्य कृतियाँ बहुत अधिक नहीं हैं। 1849 में The . Strayed Reveller and Other Poems प्रकाशित हुई। इसे बाद में इसे बाजार से हटा लिया गया। अन्य प्रकाशि कृतियाँ थीं- Empedosles at Etna and other Poems, Tristram and Isueet, Faded Leaves, The youth of Nature, The Youth of Maa, Morality, A Summer Night, Lines Written in Kensiston Gardery, Switzerland and other Poems. ये भी बाद में प्रकाशन से हटा ली गई। उसके बाद 1853 में Poems प्रकाशित हुई जिसने Sohraband Rustam तथा Scholar’s Gipsy जैसी प्रसिद्ध कविताएँ थीं।

1855 में Poems की दूसरी श्रृंखला प्रकाशित हुई। इसमें कुछ नई कविताएँ भी थी। 1858 में Merope एक ग्रीक दुखान्त प्रकाशित हुई। 1867 में New Poems प्रकाशित हुई। इसमें कुछ नई कविताएँ भी थीं। 1858 में Merope एक ग्रीक दखान्त प्रकाशित हई। 1867 में New Poems प्रकाशित हुई। इस संग्रह में Thvrsis. Rugby Chapel, Dover Beach, A Southern Night Obermann Once More जैसी महत्वपर्ण कविताएँ थी। 1869 में उसकी सभी कविताओं का प्रकाशन किया गया। उसकी कविताएँ निम्न प्रकार वर्गीकृत की जा सकती हैं

(i) Narrative Poems : Sohrab and Rustam, Tristram and Iseult and Balder Dead.

(ii) Elegiac Poems: Thyrsis, Rugby Chapel, A Southern Night, Westminster Abbey, and Geist’s Grove.

(iii) Reflective Poems: Resignation, Requiescat, The Buried life, youth and Calm, Scholar Gipsy, Dover Beach.

(iv) Classical in Theme and Content: The Strayed Reveller, Mycerinus, The Sick king of Bokhara, Empedocles at Etna.

(v) Sonnets: Shakespeare, To a Republican Friend, Wordly Peace. विक्टोरियन युग के कुछ अन्य कवि

1 आर्थर हयू क्लफ (1818-1861)—क्लफ की कविताएँ अधिकाशत: वर्णनात्मक एवं गीतात्मक हैं। उसकी प्रथम काव्य संग्रह The Bothie Tober-noVirobet Society Amours de Voyage उस काल की शंकाओं व अनिश्चितताओं को अभिव्यक्त करती है जिसमें वह रहता था। उसकी Dispychus निराशावादी एवं दुखात्मक है।

2. जेम्स थामसन (1834-82)—वह विक्टोरियन युग का एक छोटा कवि था। उसकी प्रसिद्ध कविताएँ हैं-Sundayat Hempstead, Sunday up the River, The City of Dread ful Night.

3.  Edward Fitz-Gerald (1809-1883)—प्रारंभिक वर्षों में Fitz-gerald ने कैल्ड्रो, एस्काइलस तथा सोफोक्लीज़ की कृतियों का अनुवाद किया। Rubayyats of Umar Khayyam उसकी सर्वश्रेष्ठ अनूदित कृति है। स्पासमैडिक स्कूल के कवि

4. सिडनी थॉम्पियन डाबेल (1872-74)-स्वतन्त्रता की चाह रखने वाले इस कवि ने अनेक उत्साहवर्द्धक एंव प्रेरणादायक कविताएँ लिखीं जैसे- The youth of England to Garibaldi’s Region and England in Time of War. उसकी प्रमुख कृति थीThe Roman : ADrama;tic Poem (1850) इसमें अत्याचारों के विरुद्ध इटेलियन विद्रोह और सहानुभूति की अभिव्यक्ति थी।

5.एलेक्जेण्डर स्मिथ (1830-67) स्कॉटिश कवि, एलेक्जेण्डर स्मिथ की मुख्य कृतियाँ हैं-Sonnets on the war (1855), Life Drama (1853) City Poems (1857).

19वीं शताब्दी में नाटक

19वीं शताब्दी के प्रारम्भिक नाटक कुल मिलाकर दयनीय स्थिति में थे। ये महत्वहीन थे।। दुखान्त ने अपनी श्रेष्ठता को खो दिया तथा इसकी अतिशयता असंख्य हो गयी थी। रोमांस भद्दा हो गया। कॉमेडी तीव्र तथा प्रबल प्रहसन नाटक बन गये। जो कुछ भी नया था वह केवल Melodrama था। यद्यपि विद्वान व्यक्तियों ने दुखान्त पर हाथ आजमाया किन्तु वे असफल रहे। शताब्दी के प्रथम भाग में मंच दुखान्त के तीन सर्वाधिक प्रसिद्ध लेखक Richared Late Sheilt, Charles Robert Maturian T Henry Hart Milman 71

19वीं शताब्दी के अन्तिम दो दशकों ने अभिनीत नाटकों के साधारण स्तर में धीमे विकास को देखा। नये लेखक Henry Arthur Jones तथा Arthur Wing Finero ने ध्यान आकर्षित किया। Jones का नाटक ‘The Silver King’ उसका सर्वश्रेष्ठ नाटक था। Saints and Sinners (1884), The Middle Man (1889), Udah (1890) तथा ‘The Dancing Girl’ सभी दृढ़ एवं पूर्णतया मंचयुक्त थे। Pinero सर्वाधिक विनम्र था। उसकी प्रथम सर्वश्रेष्ठ सफलता Sweet Lavender (1888) थी यह एक संवेदात्मक कॉमेडी थी, बाद में Oscar Wilde ने LadyWindermere’s Fan (1892),AWoman of No Importance (1893) तथा An Ideal Husband (1894) में दर्शाया कि वह परिष्कत अभिव्यक्ति एवं उदंड सरलता के साथ लिख सकता था।

19वीं शताब्दी में उपन्यास अथवा विक्टोरियन युग

 अंग्रेजी साहित्य में विक्टोरियन युग अथवा 19 वीं शताब्दी उपन्यास के विकास के लिए महत्वपूर्ण है। 19 वीं शताब्दी के प्रारम्भ में अंग्रेजी उपन्यास में दो स्पष्ट भावनाये थी-वास्तविक एवं रोमांटिक। SirWalter Scott रोमांटिक परम्परा की निरन्तरता दर्शाता है और Jane Austen वास्तविकता को। उसने छ: उपन्यास लिखे जिसमें उसने 19 वीं शताब्दी के प्रारम्भ में अंग्रेजी घरेलु जीवन को चित्रित किया। Senseand Sensibility, (1811) Prideand Prejudice (1818) Mansfield Park (1814)Emma(1816)NorthangerAbbey(1818) और ‘Persuasion’ ( 1818) उसके उपन्यास है। Scott ने इंग्लैण्ड में ऐतिहासिक उपन्यास की नींव रखी। वास्तव में उसे ऐतिहासिक उपन्यास का पिता पुकारा जाता है। उसने असंख्य उपन्यास fra Guy Mannering, The Antiquary, Old Mortality, Rob Roy, The Heart of Midlothion etc. उसके प्रमुख उपन्यास हैं।

1830 से 1890 तक के साठ वर्षों के समय में इंग्लैण्ड के कुछ श्रेष्ठ उपन्यासकारों ने अपने उपन्यास लिखे। Dickens, Thackeray और Mrs. Gaskell, Anthony Trollope, Charles Reade एवं Charles Kingsley आदि प्रसिद्ध उपन्यासकार हैं। Charlotte Bronte तथा उसकी छोटी बहन Emily Bronte भी इसी युग से सम्बन्धित है। विक्टोरियन युग में विभिन्न उपन्यास लिखे गये। David Copperfield Dickens की सर्वश्रेष्ठ कृति है। Oliver Twist एवं Great Expectations उसके दूसरे महत्वपूर्ण उपन्यास है।

 

 

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